Rewa Industry Conclave 2024

रीवा इंडस्ट्री कॉन्क्लेव 2024: 4 हजार से अधिक उद्योगपतियों ने हिस्सा लिया, पतंजलि करेगी 1000 करोड़ का निवेश, साथ ही रीवा बनेगा इंडस्ट्री हब

रीवा इंडस्ट्री कॉन्क्लेव की प्रमुख जानकारी
मध्य प्रदेश के रीवा में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव 2024 ने बड़े उद्योगपतियों और निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में यह सम्मेलन 23 अक्टूबर को कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम के मुख्य हॉल में हुआ, जहाँ 4,000 से अधिक उद्योगपतियों ने पंजीकरण कराया। इस आयोजन में मुख्यमंत्री ने विन्ध्य क्षेत्र में औद्योगिक विकास की संभावनाओं पर जोर दिया और रीवा को एक उभरते हुए औद्योगिक केंद्र के रूप में प्रस्तुत किया।

मुख्य बिंदु:

  1. पतंजलि का निवेश: पतंजलि समूह ने 1000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है, जिसे फूड प्रोसेसिंग, आईटी, सोलर एनर्जी और पर्यटन क्षेत्रों में इस्तेमाल किया जाएगा। आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि यह निवेश शुरुआती है और भविष्य में इसे और बढ़ाया जाएगा।
  2. मल्टी माॅडल लॉजिस्टिक पार्क: मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि रीवा में एक मल्टी माॅडल लॉजिस्टिक पार्क बनेगा, जिससे औद्योगिक और निर्यात सुविधाओं को बढ़ावा मिलेगा।
  3. सिंगरौली और सीधी में नए औद्योगिक क्षेत्र: सिंगरौली, सीधी, और मऊगंज में नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जाएंगे।
  4. हेल्थ टूरिज्म: रीवा को हेल्थ टूरिज्म का हब बनाने का भी प्लान है, जो स्वास्थ्य सेवाओं और पर्यटन को जोड़ते हुए नए निवेश के रास्ते खोलेगा।

विन्ध्य की औद्योगिक क्षमता:
विन्ध्य क्षेत्र, अपनी खनिज संपदा, पर्याप्त जल, और औद्योगिक क्षेत्र के लिए उपलब्ध भूमि के कारण, उद्योगों की स्थापना के लिए उपयुक्त है। इसके अलावा, यहाँ रेलवे, हाइवे, और एयरपोर्ट जैसी सुविधाएँ भी हैं, जो इसे लॉजिस्टिक हब बनने के लिए आदर्श बनाती हैं।

पर्यटन के लिए प्रमुख स्थल:
विन्ध्य क्षेत्र न केवल औद्योगिक बल्कि पर्यटन क्षेत्र में भी उभर रहा है। यहाँ बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व, मुकुन्दपुर व्हाइट टाइगर सफारी, मां शारदा मंदिर जैसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल हैं, जो देश-विदेश से पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।

कार्यक्रम का उद्देश्य:
इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य राज्य में औद्योगिक विकास को नई दिशा देना है। कॉन्क्लेव में विषय विशेषज्ञों द्वारा लघु, कुटीर, कृषि आधारित उद्योगों और पर्यटन से संबंधित सेमिनार आयोजित किए गए। इससे उद्योगपतियों को राज्य में निवेश के लिए प्रेरित किया गया।

एमपी इंडस्ट्रियल डेव्लपमेंट कॉरपोरेशन की भूमिका:
“ईज ऑफ डूइंग बिजनेस” के अंतर्गत एमपी इंडस्ट्रियल डेव्लपमेंट कॉरपोरेशन व्यापारिक प्रक्रियाओं को सरल बनाने में प्रमुख भूमिका निभा रहा है। एमएसएमई विभाग ने भी अपनी योजनाओं और सहायता कार्यक्रमों की जानकारी प्रदान की ताकि लघु और मध्यम उद्योगों को प्रोत्साहन मिल सके।

संपूर्ण निवेश और रोजगार:
रीवा कॉन्क्लेव में 2690 करोड़ रुपये से अधिक की 21 इकाइयों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया गया। इस निवेश से 27,645 लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा, 918 करोड़ रुपये के निवेश से 85 औद्योगिक इकाइयों को 146 एकड़ भूमि आवंटन की गई, जिससे 3350 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।

निष्कर्ष:
रीवा इंडस्ट्री कॉन्क्लेव 2024 ने विन्ध्य क्षेत्र को एक महत्वपूर्ण औद्योगिक और पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित करने का प्रयास किया है। पतंजलि और अन्य प्रमुख उद्योगपतियों के निवेश से यह क्षेत्र औद्योगिक और आर्थिक रूप से सशक्त होगा।