Jaivik Sabji Ki Kheti Ghar Par Kaise Karen

Jaivik Sabji Ki Kheti Ghar Par Kaise Karen | घर पर जैविक तरीके से सब्जी उगा कर अधिक खर्चे और बिमारियों से बचें |

वर्तमान समय मे क़ृषि विज्ञान ने खेती के तरीके को पूरी तरह बदल दिया है।  आज मे समय मे जैविक खेती खेती करने का नया तरीका आ गया है।  जिसमे आप कम जमीन पर  भी खेती करके 2 गुना मुनाफा कमा सकते है।  क्योंकि ऐसा कहने के पीछे का कारण जैविक बीज की बाजार में मांग है जिसके चलते जैविक बीज बाजार में महंगी कीमतों पर बिकते हैं। जैविक खेती करने के लिए आपको अधिक जगह की आवश्यकता नहीं होती है इसे चाहे तो आप अपने घर की छत पर भी कर सकते हैं। आज की इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि jaivik Sabji Ki Kheti Ghar Par Kaise Karen. इसके बारे मे सम्पूर्ण जानकारी आज हम आपको देने वाले है इसलिए यह आर्टिकल आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण होने वाला है इसको शुरू से अंत तक पूरा देखा।

Jaivik Sabji Ki Kheti Ghar Par Kaise Karen

जैविक खेती होती क्या है (What Is Organic Farming)

जब से देश में हरित क्रांति हुई उसके बाद खेती के क्षेत्र में बहुत से परिवर्तन किए गए इसके चलते पैदावार तो  हुई  लेकिन छोटे किसानों को कम मुनाफा मिलने लगा। रासायनिक खाद्य महंगे होने की वजह से लोगो ने इसको उपयोग करना छोड़ दिया जिस वजह से भूमि की पैदावार कम होती चली गई। 

 इस वजह से लोगों ने जैविक खेती की ओर अपना मुंह मोड़ लिया क्योंकि इस खेती में ना ही किसी रासायनिक खादों की आवश्यकता होती है यदि कोई किसान जैविक खेती करना चाहता है तो उसे केवल ऑर्गेनिक खाद और जैविक इंसेक्टिसाइड का ही उपयोग करना पड़ता है। 

जैविक खेती के अंतरगत पशु पालन, मुर्गी पालन, डेयरी भी शामिल है जैविक खेती की मांग छोटे प्रांतों से लेकर बड़े शहरों तक है। वर्तमान समय में शहरी लोगों में काफी बदलाव देखने को मिला है वह  अपने सेहत को लेकर काफी जागरूक हुए हैं जिस वजह से उन्होंने अपने खानपान में पूरी तरीके से बदलाव कर दिया। जैविक  सब्जी आजकल शहरो मे अधिक बिक रही है जिसके चलते किसान भाई अपनी आमदनी मे इजाफा कर सकता है। 

जैविक सब्जी की खेती घर मे कैसे करें (Jaivik Sabji Ki Kheti Ghar Par Kaise Karen)   

यदि आपके पास जमीन का आभाव है तो आप अपने घर से जैविक सब्जी की खेती कर सकते है। इसके लिए आपको घर की छत पर कम से कम 40 स्केयर यार्ड जमीन की आवश्यकता होती है जहा आपको परमानेंट क्यारी की बनवानी होती है। यदि इसके खर्च की बात करें तो सीमेंट, मजदूर, मिट्टी मिलाके कुल खर्च ₹40000 तक आता है और जैविक खेती के लिए एक शानदार जगह तैयार हो जाती है। लेकिन आपको एक बात का ध्यान रखना होगा घर की छत पर सीलन ना आये इस वजह से छत पर  ईट रखकर टाइल्स लगवानी चाहिए। 

यदि आपके पास जमीन है तो आप बड़ी आसानी से जैविक खेती कर सकते हैं लेकिन सबसे पहले आपको अपने खेत की मिट्टी की जांच करवानी पड़ती है यह जाँच किसी भी एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी प्रयोगशाला लैब से करवा सकते हैं जांच के बाद आपको यह पता चल जाता है कि मिट्टी की गुणवत्ता कैसी  है। मिट्टी की गुणवत्ता का पता लगाने के पश्चात सही खाद्य और कीटनाशको की मदद से अच्छी पैदावार करके अच्छा मुनाफा कमा सकते है। 

इसके बाद आपको क्यारी बनानी होंगी क्यारी के लिए 70-75 सेमी गढ़ा खोदकर मिट्टी  को बाहर निकाल दें। और 2 से 3 दिन के लिए खुला छोड़ दें जिससे मिट्टी मे मौजूद कीड़े मकोड़े और फूफंद खत्म हो जाती है। इसके बाद आपको किसी भी नर्सरी से बीज लेकर आने पड़ेगे और तैयार मिट्टी के साथ इन बीजो  को क्यारी मे लगाए। 

घर की छत पर सब्जियों की खेती

जैविक खाद्य बनाने के तरीके 

गोबर की खाद्य बनाने के तरीके

मिट्टी की जाँच के बाद जैविक खाद्य की जरुरत होती है कार्बनिक खाद्य को  80-120 दिनों मे ख़राब डिस्पोजर, मल, मूत्र आदी की सहायता से बनाया जा सकता है। आप घर पर गोबर की खाद्य बना सकते है इसके लिए आपको 2 मीटर चौड़े और 1 मीटर गहरे गढ़े खोदकर उसमे प्लास्टिक की शीट बिछा देनी चाहिए और मल मूत्र डालते रहे और पानी डालकर गढ़े को गोबर से ढक दे। 3 महीने मे 2-3 बार पलटी करके आप एक अच्छी जैविक खाद्य बना सकते है। 

केचुआ  की खाद्य बनाने के तरीके 

केंचुआ की खाद आप 40 से 45 दिनों के अंदर बना सकते हैं केंचुआ की खाद बनाने के लिए आपको छायादार  वातावरण की आवश्यकता होती है इसलिए आप अपने घर के आस-पास ऐसी जगह की तलाश करो जहां किसी पेड़ पौधों की छाया हो तथा यह भी ध्यान रखें कि जिस स्थान पर आप केंचुआ  खाद बनाने वाले हैं वहां की जल निकासी व्यवस्था भी अच्छी हो। 

सबसे पहले आपको इन छायादार जगह में एक गड्ढा खोद लेना है इस गड्ढे में प्लास्टिक कि सीट  बिछा देनी है इसमें आपको खेत की मिट्टी, नीम, केंचुआ मिलाकर हर रोज पानी का छिड़काव करना चाहिए। 1 किलो केंचुआ 1 घंटे में एक किलो वर्मीकंपोस्ट बना सकता है यह पूरी तरह से एंटीबायोटिक होता है जो हमारी फसल को खराब होने से बचाता है। 

घर पर कौन सी सब्जियाँ लगानी चाहिए ?

शुरुआत में आप सरल तरीके से उगने वाली  सब्जी लगाकर धीरे धीरे अन्य सब्जियां लगाना शुरू कर सकते हैं। आसानी से होने वाली सब्जियों की कुछ नाम टमाटर, भिंडी, बेंगन आदी है इन्हें आप 40 से 45 दिनों में तैयार कर सकते हैं। 

पालक, पुदीना, हरा धनिया, ककड़ी, घीया, टमाटर आप अपने घर की किसी बालकनी में भी उगा सकते हैं। इसके पश्चात आप मौसमी सब्जियों को भी बड़ी आसानी से उठा सकते हैं। आम, केला, निम्बू, अनानास आदी को लगा सकते है लेकिन इसमें थोड़ा टाइम लगता है इसमें कम से कम 2 साल के बाद फल फूल आते हैं। 

आप गर्मी और सर्दी के हिसाब से सब्जियों को उगा  सकते हैं गर्मियों मे करेला, भिंडी, तोरी, घीया, ककड़ी लगा सकते है यह सब्जियाँ फरवरी मे लग जाती है। सर्दियों मे गाजर, टमाटर, गोभी उगा सकते है। 

घर मे जैविक सब्जी उगाते समय बरती जाने वाली सावधानियाँ

किसी भी प्रकार को अच्छी तरह से उगाने के लिए धुप बहुत जरुरी है जब बीज रोप दिए जाते है उसके बाद अंकुर होने के लिए धुप की जरुरत होती है। यदि दिन मे 3-4 घंटे की धुप काफ़ी रहती है और ज्यादा धुप भी पौधों के लिए हानिकारक है। 

सब्जियों के पौधों मे सुबह और शाम ही पानी डाले यदि दोपहर मे पानी डालते है तो पौधे झुलस सकते है और आपकी पूरी मेहनत ख़राब हो जाती है। यदि आप घर से 10-20 दिनों के लिए घर से बाहर जा रहे है तो सब्जियों के पौधों के साथ लीचन के पौधे जो नर्सरी मे मिल जायेंगे को लगाए जिससे पौधों मे नमी बनी रहती है। 

जैविक सब्जियों को घर मे  उगाने के फायदे

  • घर पर कम जमीन के चलते भी आप बड़ी आसानी से सब्जियों की खेती कर सकते हैं इसे चाहे तो आप अपने घर के गमलों में भी उगा  सकते हैं। 
  •  वर्तमान समय में जैविक सब्जी की बहुत अधिक मांग है इसलिए आप इसको एक बिजनेस की तरह कर सकते हो एक अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। 
  •  जैविक सब्जियों को उगाने में अधिक  खर्चा नहीं आता है आप एक कम लागत में भी  सब्जियों को उगा  सकते हैं। 
  •  ऑर्गेनिक फार्मिंग  में इंसान को कोई भी हानि नहीं पहुंचती है क्योंकि इसमें किसी भी तरह की है केमिकल का प्रयोग नहीं किया जाता है। 

जैविक सब्जी को कीटो से बचाने के उपाय 

कृषि के क्षेत्र में कीट व रोग हमेशा किसानों और वैज्ञानिकों के लिए चिंता का विषय रहा है। कीटो  को फसलों से नष्ट करने के लिए रासायनिको  का प्रयोग किया जाता है।  जो कि एक गलत तरीका है।  क्योंकि वर्तमान समय में कीटनाशक दवाइयां बहुत महंगी कीमतों पर मिल रही हैं साथ ही यह दवाइयां हमारे खेतों की मिट्टी की गुणवत्ता को भी कम कर देती हैं। 

खेती में लगातार रसायनों का प्रयोग करने से खेतों की मिट्टी जहरीली हो जाती है जिससे पर्यावरण को तो नुकसान होता ही है साथ ही मनुष्य को भी नुकसान पहुंचता है आज हम आपको जैविक कीटनाशक को कम करने के उपाय बताएंगे जिससे आपकी जैविक सब्जी की खेती अच्छी हो सके। 

जब भी आप जैविक सब्जियों की खेती करना शुरू करें उस समय उचित गुणवत्ता वाले बीजों का चुनाव करें साथ ही अच्छी क्वालिटी की कंपोस्ट खाद का प्रयोग करें। उसके साथ ही समय-समय पर लगने वाले कीड़ों को नष्ट करने के लिए जैविक रसायनों का प्रयोग करें यह जैविक रसायन घर पर तैयार किए गए हो। 

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जैविक खेती से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न

जैविक खेती कैसे करते हैं ?

बिना किसी रासायनिक खाद एवं कीटनाशक का उपयोग किए बगैर की गई खेती, जैविक खेती कहलाती है.
इस तरह की खेती के लिए जैविक खाद एवं कंपोस्ट खाद का उपयोग किया जाता है.

जैविक खेती पोर्टल क्या है ?

भारत सरकार ने जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए एक पोर्टल www.jaivikkheti.in की शुरूआत की है, जिसके माध्यम से किसान जैविक फसल को आसानी से ऑनलाइन भेज सकते हैं साथ ही, जैविक खेती पोर्टल के द्वारा, जैविक खेती से संबंधित जानकारियां भी प्राप्त कर सकते हैं.

जैविक खेती की ट्रेनिंग कहाँ और कैसे मिल सकती है ?

जैविक खेती की ट्रेनिंग के लिए आप अपने राज्य के क्षेत्रीय जैविक खेती केंद्र से संपर्क कर सकते हैं. यहां पर समय-समय पर जैविक खेती की ट्रेनिंग से संबंधित कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.

Jaivik Kheti Book In Hindi PDF Free Download

भारत सरकार द्वारा बनाए गए जैविक खेती पोर्टल (www.jaivikkheti.in) जैविक खेती से संबंधित बुक पीडीएफ एकदम फ्री उपलब्ध है. आप इस लिंक पर क्लिक कर Jaivik Kheti Book In Hindi PDF Free Download कर सकते हैं.

सारांश

जैविक खेती को न्यूनतम लागत  के साथ शुरू किया जा सकता है क्योंकि इस में उपयोग होने वाले लगभग सामग्रियां  घर पर ही मिल जाती हैं, जो आपकी खेती को आसान बना देती है। 

आशा करते हैं कि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी अच्छे से समझ में आई होगी इसमें हमने आपको जैविक सब्जियों को किस तरीके से आप अपने घर में  बड़ी आसानी से उगा  सकते हैं और इसके   वर्तमान समय में महत्व को भी बताया है। 

आप चाहो तो इसे छोटे स्तर पर भी कर सकते हो यदि आप इसे बड़े स्तर पर करना चाहते हैं तो आपके पास ऑर्गेनिक सर्टिफिकेट का होना भी आवश्यक होता है यह सर्टिफिकेट आपको 2 से 3 महीने में मिल जाता है। यह सर्टिफिकेट आपको कटाई से पहले लेना पड़ता है यदि यह सर्टिफिकेट  आप नहीं लेते हैं तो आपको अपनी

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