Kishore Vaigyanik Protsahan Yojana (KVPY)

Kishore Vaigyanik Protsahan Yojana (KVPY) Discontinued| किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना की बंद कर दिया गया, अब मिलेगी INSPIRE योजना से स्कॉलरशिप

KVPY Fellowship Discontinued :-भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा दी जाने वाली स्कॉलरशिप किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (KVPY) को बंद कर दिया गया है. 2022 मैं होने वाली किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (KVPY) Exam को निरस्त कर दिया गया है. साथ ही यह भी बताया गया है कि आने वाले समय में भी KVPY Exam नहीं आयोजित किए जाएंगे. इसके अंतर्गत मिलने वाली स्कॉलरशिप को सरकार ने बंद कर दिया है. इस के साथ ही यह भी बताया गया है की किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना को इंस्पायर फेलोशिप योजना मैं शामिल कर दिया गया है. यानी कि अब किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत मिलने वाली स्कॉलरशिप को इंस्पायर स्कॉलरशिप योजना के अंतर्गत मर्ज कर दिया जाएगा.

क्यों डिस्कंटीन्यू की गई किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (KVPY)

भारतीय विज्ञान संस्थान (DST) की ओर से कहा गया है कि 2022 में होने वाली KVPY की परीक्षा को आगे जारी नहीं रखा जाएगा. पिछले दो सालों से पेंडेमिक के कारण इंटरव्यू राउंड को नहीं रखा गया था और सिर्फ एप्टीट्यूड टेस्ट के बेस पर फैलोशिप अवाॅर्ड की जा रही थी. अब से KVPY को डिपार्टमेंट के ही इंस्पायर स्कॉलरशिप योजना के साथ जोड़ दिया जाएगा. भारतीय विज्ञान संस्थान की ओर कहा गया कि जो भी छात्र अभी इस योजना के तहत फेलोशिप पा रहे हैं उन्हे टेन्योर पूरा होने तक फेलोशिप मिलती रहेगी. विभाग ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी आधिकारिक वेबसाइट kvpy.iisc.ac.in पर अपलोड कर दी है. कई सालों से ये देखा जा रहा था कि केवीपीवाई की फेलोशिप मिलने के बाद भी स्टूडेंट्स साइंस रिसर्च को करियर नहीं चुन रहे. प्रोफेशनल डिग्री कोर्सेज की तरफ छात्रों का रुझान ज्यादा बढ़ा है. साथ ही इंस्पायर अवार्ड के कई स्टूडेंट्स ने बेसिक साइंसेज को करियर चुना. इन्हीं कारणों से किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना को इंस्पायर स्कॉलरशिप योजना के साथ मर्ज कर दिया गया है.

क्या है किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (KVPY)

किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (KVPY) साइंस रिसर्च में इंटरेस्ट रखने वाले छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा स्कॉलरशिप प्रदान की जाती थी. विज्ञान के क्षेत्र में स्नातक, परास्नातक करने वाले छात्रों को स्कॉलरशिप प्रदान की जाती थी. 1999 में साइंस एजुकेशन और रिसर्च को प्रमोट करने के लिए किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (Kishore Vaigyanik Protsahan Yojana) के अंतर्गत फेलोशिप को शुरू किया गया था. फेलोशिप पाने के लिए छात्र को KVPY Aptitude Test देना होता था. उसके बाद KVPY Aptitude Test मैं सेलेक्ट स्टूडेंट को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता था. स्टूडेंट्स की इंटरव्यू परफॉर्मेंस के आधार पर केवीपीवाई फैलोशिप दी जाती थी. केवीपीवाई फेलोशिप अंतर्गत छात्रों को 80 हजार से लेकर 1 लाख 12 हजार रुपए की फेलोशिप दी जाती थी.

क्या है इंस्पायर स्कॉलरशिप योजना

केंद्र सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इंस्पायर (Innovation in Science Pursuit for Inspired Research- INSPIRE) योजना की शुरुआत की है. इंस्पायर योजना के अंतर्गत 12वीं पास करने वाले छात्र विज्ञानं विषय में उच्च शिक्षा के लिए स्कॉलरशिप प्राप्त कर सकते हैं. इस प्रोग्राम के तहत इस साल 10 हजार छात्रों का चयन किया जाता है. चयनित छात्रों को सरकार की ओर से हर साल 80 हज़ार रुयापे फेलोशिप दी जाती है.

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *